राज्य ब्यूरो, लखनऊ। अब खाद्य पदार्थों में मिलावट के साथ-साथ रोग फैलाने वाले बैक्टीरिया व फंगस की भी जांच की जाएगी। किन कारणों से फूड प्वाइजिनिंग (खाद्य विषाक्तता) हुई इसका पता चल सकेगा। अभी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की प्रयोगशालाओं में केमिकल जांच में इसका पता नहीं चलता। ऐसे में अब माइक्रोबायोलाजी जांच शुरू की जाएगी और उसके माध्यम से इसका पता लगाया जाएगा।
यह जांच अगले महीने से लखनऊ व मेरठ की प्रयोगशालाओं में शुरू की जाएगी। आगे वाराणसी में भी यह जांच शुरू होगी। अभी शुरुआत में डिब्बा बंद शिशु आहार, डिब्बा बंद खाद्य पदार्थों, जंक फूड और बोतल बंद पानी की जांच की जाएगी। आगे इसका दायरा बढ़ाया जाएगा।
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